बॉलीवुड डेस्क. नए साल की शुरुआत बॉलीवुड सेलेब्स ने पार्टी और वेकेशन इंजॉय करते हुए की है। लेकिन सारा अली खान ने हमेशा की तरह एकदम अलग अंदाज में शुभकामनाएं दी हैं। सारा ने अपने वेकेशन के दौरान ली गईं तस्वीरों के साथ फैन्स को न्यू ईयर विश किया है। इन तस्वीरों की खासियत है कि ये सभी मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च और मस्जिद के बाहर ली गईं हैं।
मां के लिए लिखी थी कविता : पिछले दिनों भी सारा ने अपनी अलग सोच के साथ मां अमृता के साथ अपनी तस्वीरों का कोलाज शेयर किया था। इसके साथ ही उन्होंने एक कविता लिखी थी। जिसमें उन्होंने एक सवाल भी किया था कि - आप मां हैं या प्रतिबिम्ब। बात अगर सारा की आने वाली फिल्मों की करें तो वे कार्तिक आर्यन के साथ 'लव आज कल 2' में नजर आएंगी।
भोपाल | नए साल में सरकार सामान्य वर्ग के आर्थिक कमजोर लोगों को 10% आरक्षण देने के नियमों में बदलाव करने जा रही है। आरक्षण के लिए अब सिर्फ सालाना 8 लाख रुपए आय का प्रमाण-पत्र देना होगा। बाकी शर्तें हटा ली जाएंगी। यह बदलाव आरक्षण प्रक्रिया में आ रही जटिलता को दूर करने के लिए किया जा रहा है। सामान्य प्रशासन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री सचिवालय भेज दिया है। इसके लागू हाेने के बाद आरक्षण के नए नियम अमल में आजाएंगे।
विभाग ने अड़चनें दूर करने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा लागू प्रस्ताव का अध्ययन किया। वहां उम्मीदवार के लिए सिर्फ 8 लाख रु. की सालाना अाय काे ही जरूरी रखा है। बाकी शर्तें हटा दी गई हैं।
ये शर्तें हटाएगी सरकार... उम्मीदवार के पास 5 एकड़ कृषि भूमि न हाे, नगर निगम क्षेत्र में 1200 वर्गफीट, पालिका क्षेत्र में 1500 वर्गफीट औरपंचायत क्षेत्र में 1800 वर्गफीट का घर न हाे, आदि शर्तें खत्म हाे जाएंगी। इन शर्ताें काे पूरा करने के लिए अलग-अलग प्रमाण-पत्र बनवाना पड़ रहे थे।
अभी प्रदेश में 73% आरक्षणप्रदेश में अभी 73% आरक्षण लागू है।
20% एसटी, 16% एससी, 27% ओबीसी और 10% आर्थिक आधार पर गरीब सवर्णों को। ओबीसी के 14% से बढ़ाकर 27% किए गए आरक्षण को लेकर कानून बन चुका है, इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।
नए नियम तैयार
आर्थिक कमजोर लोगों को आरक्षण के लिए सिर्फ 8 लाख रु. सालाना आय ही जरूरी होगी। प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेजा गया है। इसे जल्द लागू किया जाएगा। -डाॅ. गोविंद सिंह, मंत्री, सामान्य प्रशासन विभाग
खेल डेस्क. एक रोबोट स्टेडियम में आपको सीट तक ले जाता है, आकाश में कृत्रिम उल्कापिंड दिख रहे हैं, फ्लाइंग कार में बैठा खिलाड़ी स्टेडियम में ओलिंपिक टार्च रोशन कर रहा है। यह सब भले ही पढ़ने-सुनने में साइंस फिक्शन जैसा लगता है, पर सच है। वेलकम टू टोक्यो ओलिंपिक। यह सब 2020 टोक्यो ओलिंपिक के दौरान दिखेगा। 2011 के भूकंप, उससे आई सुनामी और फिर फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट से फैले रेडिएशन से री-इनवेंट होकर जापान दुनियाभर के हजारों खिलाड़ियों की मेजबानी के लिए तैयार है। यह ओलिंपिक इतिहास का सबसे हाई-टेक ओलिंपिक होने जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है, जब दुनिया का सबसे बड़ा और अमीर शहर टोक्यो ओलिंपिक की मेजबानी कर रहा है। 1964 में जापान ओलिंपिक की मेजबानी करने वाला एशिया का पहला देश बना था। तब जापान दूसरे विश्व युद्ध से उबर रहा था। उसने खुद को री-इनवेंट कर सबसे तेज चलने वाली ट्रेन लाकर दुनिया को चौंकाया था। उन गेम्स को अमेरिका की लाइफ मैग्जीन ने "बेस्ट ओलिंपिक इन हिस्ट्री' कहा था। टेक्नोलॉजी के मामले में हमेशा अव्वल रहने वाला जापान करीब आधी सदी बाद एक बार फिर ओलिंपिक के जरिए री-इनवेंट कर रहा है।
8-के रिजॉल्यूशन वाली अल्ट्रा एचडी टीवी लगीं
ओलिंपिक देखने के लिए 8-के रिजॉल्यूशन वाली अल्ट्रा एचडी टीवी लगाई हैं। शहर में लगी हाई टेक्नोलॉजी वाली स्क्रीन फैंस को ऐसा व्यू देगी, जिससे उन्हें लगेगा कि वे उसमें हिस्सा ले रहे हैं।
फेस रिकग्निशन 0.3 सेकंड में पहचानेगा
इस बार ओलिंपिक में वॉलंटियर की भूमिका में रोबोट होंगे। हर साइज के ये रोबोट खेल गांव में खिलाड़ियों की मदद करेंगे। फेशियल रिकग्निशन सिस्टम 0.3 सेकंड में पहचान कर लेगा।
आतिशबाजी की बजाय कृत्रिम टूटते तारे दिखेंगे
जापान ओपनिंग सेरेमनी में फ्लाइंग कार से ओलिंपिक टॉर्च को रोशन करना चाहता है। टोक्यो में आतिशबाजी तो होगी, लेकिन पटाखों से नहीं। बल्कि कृत्रिम टूटते तारे दिखाई देंगे।
भीषण गर्मी से बचाने लार्ज स्पॉट कूलर लगे
उसी नेशनल स्टेडियम को री-इनवेंट किया है, जो 1964 के लिए बना था। उस समय उसके ऊपर छत नहीं थी। सिर्फ एक साइड शेड था। गर्मी से बचाने के लिए नए बने नेशनल स्टेडियम में 185 लार्ज स्पॉट कूलर्स लगाए गए हैं, जो स्टेडियम को ठंडा रखेंगे।
स्टेडियम के दूसरे और तीसरे फ्लोर को ऐसा डिजाइन किया गया है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में 80 हजार लोगों को यहां रखा जा सके। बैकअप पावर सप्लाई की व्यवस्था भी है। सोलर एनर्जी का इस्तेमाल होगा।
स्टेडियम बनाने में 87% लकड़ी का इस्तेमाल हुआ। इसे बनाने में 10 हजार करोड़ रु. लगे। ओलिंपिक के 60% वेन्यू रियूज्ड-रिसाइकल चीजों से बने हैं।
सभी वेन्यू खेलगांव के आसपास 8 किमी के दायरे में हैं। टोक्यो ओलिंपिक के लिए करीब 5 हजार मेडल और पोडियम रिसाइकल चीजों से बने हैं।
खिलाड़ियों के लिए ड्राइवरलेस गाड़ियां
खिलाड़ियों और फैंस के लिए ड्राइवरलेस गाड़ियां चलाई जाएंगी। इन्हें खिलाड़ियों से फीडबैक लेकर डिजाइन किया गया है। क्लीन एनर्जी सोर्स के रूप में हाइड्रोजन और एल्गी (शैवाल) का इस्तेमाल होगा।
जापान सिलिकॉन वैली तक को चुनौती दे रहा है
जापान के ओलिंपिक इतिहास के जानकार सेंड्रा कोलिंस कहते हैं- जापान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने इनोवेशन के जरिए आगे बढ़ रहा है। वह सिलिकॉन वैली के जाएंट्स को चुनौती दे रहा है।
प्रधानमंत्री आबे पिछले गेम्स में सुपर मारियो की ड्रेस में पहुंचे
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 2016 रियो ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में सुपर मारियो की ड्रेस में पहुंचे थे। आबे को उम्मीद है कि ओलिंपिक से 2.96 ट्रिलियन येन (करीब 19 लाख करोड़ रुपए) का रेवेन्यू जनरेट होगा। साथ ही डेढ़ लाख से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे।
बॉलीवुड डेस्क. साल 2020 इंडस्ट्री में बायोपिक्स का साल होने वाला है। इस साल बॉलीवुड में असल व्यक्तियों के जीवन पर 10 से ज्यादा फिल्में रिलीज होने जा रही हैं। बीते साल रिलीज हुई कंगना रनाउत की 'मणिकर्णिका', तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की 'सांड की आंख', ऋतिक रोशन की 'सुपर 30' ने बॉक्स ऑफिस और दर्शकों के बीच बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
जानकारी के लिए बता दें कि बॉलीवुड की पहली बायोपिक 'राजा हरीशचंद्र' थी। जिसका निर्माण साल 1913 में दिग्गज दादा साहेब फाल्के ने किया था। इसके बाद हिंदी सिनेमा के जरिए 'मंगल पांडे', 'एम एस धोनी', 'भाग मिल्खा भाग', 'पान सिंह तोमर' जैसी कई बड़ी कहानियां दर्शकों तक पहुंची।
खेल डेस्क. भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए मंगलवार को श्रीलंका की टीम घोषित की गई। एंजेलो मैथ्यूज की 18 महीने बाद टी-20 टीम में वापसी हुई है। तेज गेंदबाज प्रदीप इंजरी के कारण नहीं चुने गए जबकि शेहान जयसूर्या को बाहर किया गया है। हालांकि टी-20 में श्रीलंका का भारत के खिलाफ प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। दोनों के बीच अब तक 6 द्विपक्षीय सीरीज खेली गई है। टीम इंडिया ने 5 सीरीज जीती। एक सीरीज बराबर रही। यानी श्रीलंकाई टीम हमसे अब तक सीरीज नहीं जीत सकी है।
दोनों के बीच अब तक 16 मैच खेले गए हैं। 11 मैच टीम इंडिया ने जबकि 5 मैच श्रीलंका ने जीते हैं। टीम इंडिया यदि सीरीज के सभी तीन मैच जीत लेती है तो श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा 14 मैच जीतने वाली टीम बन जाएगी। 3 मैचों की सीरीज का पहला मैच 5 जनवरी को गुवाहाटी में होगा।
2019 में भारत 14 जबकि श्रीलंका 4 मैच ही जीत सका
पिछले साल दोनों टीमों के रिकॉर्ड को देखें तो टीम इंडिया ने 74 फीसदी जबकि श्रीलंका ने 50 फीसदी मुकाबले जीते हैं। टीम इंडिया ने पिछले साल 19 में से 14 टी-20 मुकाबले जीते। दूसरी ओर श्रीलंका ने 8 में से 4 मैच जीते। दोनों टीम को 4 में हार मिली।
भारत में दोनों के बीच चौथी सीरीज, एक सीरीज ड्रॉ रही
भारत घर में श्रीलंका से चौथी बार द्विपक्षीय सीरीज खेलेगा। 2009 में सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। 2016 में टीम इंडिया ने 2-1 से और 2017 में सीरीज 3-0 से जीती थी। घर में हमारे पास श्रीलंका के खिलाफ लगातार तीसरी सीरीज जीतने का मौका है।
टीम इंडिया दूसरी सबसे सफल टीम, श्रीलंका छठे नंबर पर
टी-20 के ओवरऑल रिकॉर्ड की बात की जाए तो टीम इंडिया दूसरी सबसे सक्सेसफुल टीम है। टीम ने 126 में से 78 मुकाबले जीते हैं। पाक टीम 149 में से 90 मुकाबले जीतकर पहले नंबर पर है। दक्षिण अफ्रीका (68) तीसरे, ऑस्ट्रेलिया चौथे (65) और न्यूजीलैंड (61) पांचवें नंबर पर है। श्रीलंका 59 जीत के साथ छठे नंबर पर है।
खेल डेस्क. स्पेन का फुटबॉल क्लब बार्सिलोना एक बार फिर नेमार को अपने साथ जोड़ना चाहता है। क्लब को पता है कि लियोनेल मेसी हमेशा साथ नहीं रहेंगे। फ्रांस फुटबॉल के अनुसार, मेसी भी चाहते हैं कि नेमार बार्सिलोना से जुड़ जाएं। उन्होंने यह भी कहा है कि वे नेमार के लिए बार्सिलोना छोड़ सकते हैं। इसके लिए मेसी ने नेमार को वॉट्सएप किया है।
मेसी ने लिखा, ‘‘हम दोनों मिलकर एक बार फिर चैंपियंस लीग जीत सकते हैं। मैं चाहता हूं कि तुम बार्सिलोना में वापस आ जाओ। अगले दो साल में मैं बार्सिलोना छोड़ दूंगा। तुम ही मेरी जगह ले सकते हो।’’बार्सिलोना में एंटोनी ग्रीजमैन, फिलिप कॉटिन्हो और ऑसमाने डेंबेले जैसे कई बड़े नाम हैं। लेकिन क्लब को पता है कि मेसी की जगह सिर्फ नेमार ले सकते हैं। नेमार 2017 में फ्रांस के क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) से जुड़े थे। उन्होंने पीएसजी से रिकॉर्ड करीब 3 हजार करोड़ रुपए की डील की थी।
बार्सिलोना नेमार के साथ डील कर सकता है
बार्सिलोना करीब 1400 करोड़ रुपए के एग्जिट क्लॉज के साथ नेमार से डील कर सकता है। ऐसी खबरें हैं कि नेमार भी बार्सिलोना से जुड़ना चाहते हैं। उन्होंने हाल ही में मेसी और लुईस सुआरेज के साथ वाली एक फोटो शेयर की थी। सुआरेज ने अपनी 10वीं मैरिज एनिवर्सरी पर एक पार्टी रखी थी, जिसमें नेमार भी पहुंचे थे। पिछले साल ऐसी खबरें भी थीं कि नेमार का पीएसजी के कोच थॉमस टचेल से झगड़ा चल रहा है। वे क्लब छोड़ रहे हैं। नेमार चोट के कारण कई मैचों से बाहर रहे थे।
एमएसएन नाम से फेमस थी बार्सिलोना की यह तिकड़ी
मेसी, सुआरेज, नेमार की तिकड़ी फुटबॉल की दुनिया में एमएसएन नाम से फेमस थी। इन तीनों खिलाड़ियों ने तीन सीजन साथ खेले। इस दौरान 450 मैचों में 364 गोल किए। बार्सिलोना दो बार ला लिगा चैंपियन बना। क्लब ने एक बार चैंपियंस लीग का टाइटल जीता।
बॉलीवुड डेस्क. पिछलेसाल की तरह 2020 भी बड़ी फिल्मों से गुलजार रहने वाला है। इस साल कई बड़ी फिल्में एक ही डेट पर क्लैश कर सकती हैं। जनवरी के दूसरे हफ्ते मेंही दीपिका पादुकोण और अजय देवगन जैसे बड़े स्टार्स की फिल्में 'छपाक' और 'तानाजी' रिलीजहो रहीं हैं। दमदार शुरुआत के साथ ही साल का अंत भी बड़ी फिल्मों के साथ होने की संभावना है। क्रिसमस के मौके पर बॉलीवुड के दो मेगास्टार आमिर खान और अक्षय कुमार थियेटर्स में टकराएंगे। वहीं ईद के मौके पर रिलीज होने जा रही सलमान खान की 'राधे' अक्षय की 'लक्ष्मी बॉम्ब' से टकराएगी।
कुल मिलाकर दर्शकों का यह साल भी भरपूर मनोरंजन के साथ गुजरेगा। एक ही साथ कई बड़ी फिल्में रिलीज होने सेबडे़ सितारों और फिल्ममेकर्स के सामने अच्छे प्रदर्शन की चुनौती रहेगी। फिल्मों के टकराने के चलते सिंगल स्क्रीन डिस्ट्रिब्यूटर्स भी खासे चिंतित रहेंगे।
बॉलीवुड डेस्क. बॉलीवुड हर साल यंग टैलेंट को मौका देता है। 2019 में भी कई नए चेहरों ने बॉलीवुड में एंट्री की और ये सिलसिला 2020 में भी जारी रहेगा। 2020 में भी कई ऐसे नए चेहरे हैं जो सिल्वर स्क्रीन पर अपनी चमक बिखेरेंगे। इनमें स्टारकिड्स से लेकर साउथ के बड़े नाम भी शामिल हैं जो पहली बार बॉलीवुड फिल्म में नजर आएंगे।
1) मानुषी छिल्लर
2017 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीतने के बाद से ही मानुषी के बॉलीवुड में एंट्री करने की खबरें लगातार उड़ रही थीं जो कि नवंबर 2019 में सच साबित हुईं। मानुषी फिल्म पृथ्वीराज चौहान से डेब्यू करेंगी जिसमें वह अक्षय कुमार के अपोजिट नजर आएंगी। मानुषी इस फिल्म में संयोगिता के किरदार में दिखेंगी। यह फिल्म दिवाली 2020 के आसपास रिलीज होगी।
2) शालिनी पांडे
तेलुगू फिल्म 'अर्जुन रेड्डी' की सक्सेस का सारा क्रेडिट विजय देवारकोंडा ले उड़े और फिल्म में प्रीति का किरदार निभाने वाली शालिनी पांडे को ज्यादा नोटिस नहीं किया गया। लेकिन कुछ तमिल और तेलुगू फिल्मों में काम करने के बाद शालिनी को बॉलीवुड में भी ब्रेक मिल गया है। वह रणवीर सिंह के साथ जयेश भाई जोरदार में नजर आएंगी।
3) क्रिस्टल डिसूजा
'एक हजारों में मेरी बहना है', 'एक नई पहचान' जैसे टेलीविजन शोज और 'फितरत' वेब सीरीज में काम कर चुकीं क्रिस्टल 2020 में अपना बॉलीवुड डेब्यू करेंगी। वह अमिताभ बच्चन, इमरान हाशमी स्टारर 'चेहरे' में नजर आएंगी। क्रिस्टल को पिछले काफी समय से फिल्मों के ऑफर मिल रहे थे लेकिन उन्होंने अपने डेब्यू के लिए 'चेहरे' को चुना। क्रिस्टल सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर सेलिब्रिटी हैं और उनके इन्स्टाग्राम पर तकरीबन 5.7 मिलियन फॉलोवर्स हैं।
4) आलिया फर्नीचरवाला
पूजा बेदी की बेटी आलिया सैफ अली खान स्टारर 'जवानी जानेमन' से डेब्यू करेंगी। इस फिल्म में वह सैफ की बेटी के किरदार में नजर आएंगी। फिल्म के डायरेक्टर नितिन कक्कड़ हैं और इसमें तब्बू भी नजर आएंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेकर्स फिल्म में आलिया की परफॉरमेंस से इतने खुश हैं कि उन्होंने उनके साथ तीन फिल्मों की डील साइन कर ली है। जवानी जानेमन फरवरी 2020 में रिलीज होगी।
5) अहान शेट्टी
साजिद नाडियाडवाला भी सुनील शेट्टी के बेटे अहान को 2020में लॉन्च करने जा रहे हैं। साजिद ने ही सुनील शेट्टी को भी 1993 में वक्त हमारा है में ब्रेक दिया था। साजिद तेलुगू फिल्म RX100 की हिंदी रीमेक से अहान को लॉन्च करेंगे, फिल्म मई में रिलीज होगी।
6) कीर्ति सुरेश
66वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में फिल्म 'महानती' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीतने वाली कीर्ति भी बॉलीवुड में डेब्यू करती दिखेंगी। वह फिल्म 'मैदान' से बॉलीवुड में कदम रखेंगी।
मुझे लगता है कि ज़िंदगी में कई लम्हात ऐसे भी आते हैं जब बहुत से डर, बहुत-सी दुश्वारियां सामने होती हैं। जीने का माद्दा दिखाए बिना लोग शाख़ों पर बैठे-बैठे ही सूख जाते हैं, हजारों ख़्वाहिशें लिये...सूखे बिना अपने डर, अपनी हदों से कैसे बाहर निकल सकते हैं? इस बात का मुकम्मल जवाब तो यही है- टहनी छोड़ें पानी में उतरें! उतरना ही चाहिए! जीतना आप तभी शुरू करते हैं।
मेरा ख़याल है कि री-इनवेंशन के लिए ज़रूरी है कि यह भीतर से हो तभी फ़र्क़ दिखाई देगा। मैंने ‘परिचय’, ‘आंधी’, ‘माचिस’ जैसे कई तजुर्बात किए। ख़ुद को री-इनवेंट करना आसान नहीं है, मुमकिन ज़रूर है! हालांकि न इसका कोई ग्रामर है न फ़िक्स फ़ॉर्मूला! री-इनवेंशन की शुरुआत ख़ुद के बदलाव से की जा सकती है। बाहरी बदलाव तो सिर्फ़ ज़ाहिराना है। अंदरूनी किया तो बाहर भी ज़ाहिर हो जाएगा। री-इनवेंट करने के लिए आपको सारे एंटीने खुले रखने पड़ते हैं। सोचने के लिए, समझने के लिए ताकि आप हालात को भी देखें, ज़रूरियात को भी देखें और उसी को रिसीव करें जो वक़्त की पुकार है।
वैसे आदमी जब खु़द को रिपीट करने लगता है तो मेंटल ब्लॉक आता है, यहीं ख़ुद को री-इनवेंट करने की ज़रूरत पड़ती है। ज़िंदगी को लेकर मेरा फ़लसफ़ा है कि हर चीज़ में लॉजिक ढूंढ़ेंगे तो जिएंगे कहां से? इतनी आसान होती ज़िंदगी कि ग्रामर में पढ़ी जा सकती तो ग्रामर की किताब सामने रखकर जी लेते हम सब...ज़िंदगी की खू़बसूरती ही यही है कि वह अनकही है, अनजान है। कौन जानता है अगले पल क्या होगा?
मुझसे कई बार पूछा जाता है कि क्या आपने ज़िंदगी में सबकुछ पा लिया है? मेरा जवाब होता है-नहीं! ऐसा नहीं है। बहुत कुछ जानने की तमन्ना है। ज़िंदगी अभी भी नए-नए रास्ते खोल रही है। आपकी तरह बहुत सारी इच्छाएं मेरी भी हैं। जैसे, अब आप एस्ट्रोनॉट तो नहीं बन सकते, लेकिन क्या अंतरिक्ष में सैर करने का जी भी नहीं चाहता। स्पेस-स्टेशन में अंतरिक्ष यात्री 6 महीने रहते हैं। मैं कल्पना करता हूं कि वो वहां से नीचे ज़मीन को देख रहे हैं गोले की तरह...ये बात सोचकर भी कमाल लगती है कि आप ऐसी जगह पर हैं जहां से पूरा ग्लोब नजर आ रहा है, सूरज और सितारे भी नज़र आ रहे हैं। तो सीखने-सिखाने की कवायद तो ताउम्र चलती है। ज़िंदगी हर कदम पर आपको सिखाएगी, आपको सीखना पड़ेगा। यही री-इनवेंशन है और इसकी शुरुआत करना ही जागना और जीत की तरफ कदम बढ़ाना है।
टाट्रा. स्लोवाकिया-पोलैंड की सीमा पर माउंटेन रेंज टाट्रा। बीती 9 दिसंबर की रात जब हम यहां पहुंचे तो बर्फीले तूफान ने घेर लिया। पारा माइनस 14 डिग्री जा पहुंचा। अगले दिन यहीं पर फिल्म ‘चेहरे’ के लिए बच्चन साहब पर एक दृश्य फिल्माया जाना था। मैं उनकी सेहत को लेकर चिंतित था। पर अगली सुबह वे सबसे पहले लोकेशन पर पहुंचे। सात दिन उनके साथ रहने के दौरान मैंने कभी तड़के तो कभी आधी रात भी उनसे जाना कि 77 की उम्र में भी वे खुद को री-इनवेंट कैसे करते हैं। पढ़िए उन्हीं की जुबानी-
इंडस्ट्री में मुझे 50 साल हो गए हैं। मैं आज भी यह अनुभव करता हूूं कि हर सुबह सिखाती है, कि रात बीतने और सुबह होने के बीच अंधेरा मिट चुका है। हर दिन कुछ नया सीखने, कुछ भूलने, पुरानी आदतें छोड़ने और कुछ नया रचने का अपूर्व अवसर लेकर आता है। अगर मन में यह गूंजबस गई तो विश्वास हो जाता है कि जो भी करेंगे, कदम जीत की ओर ही बढ़ेंगे। मेरा मानना है कि हर दिन एक आशीर्वाद है, जो भरपूर ऊर्जा लेकर आता है। विचारों का यही क्रम हर दिन सकारात्मकता और रचनात्मकता से भरपूर रखता है। मैं इसे अनुभव करता हूं।
सुबह की ताजा हवा की तरह युवा भी मुझे सिखाते हैं। नई सदी का युवा मानता है कि दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है और मैं उनकी इस खूबी का प्रशंसक हूं। वास्तव में युवाओं की जोखिम लेने की भावना और उनका साहस मुझे हमेशा आकर्षित करता है। मुझे उम्मीद है कि युवा इसी तरह अभय रहेंगे और इसमें कोई संशय नहीं है। बस वे व्यस्त रहें, खूब सोचें और स्वयं पर भरोसा करें। अपने लक्ष्य पर अडिग रहें।
मेरा मानना है कि जब कमिटमेंट के साथ मन में संकल्प होता है तो कोई बाधा रोक नहीं सकती। फिर चाहे आपकी उम्र ज्यादा हो, बर्फीला तूफान हो या पारा माइनस 14 डिग्री से नीचे ही क्याें ना चला गया हो। जो वचन खुद को दिया है, उसे तो पूरा करना है। मैं तो एक ही बात मानता हूं कि उम्र सिर्फ एक खयाल है। शरीर हर समय ऊर्जावान रहने में सक्षम है, बस मन कमजोर न होने पाए। इस तरह जीवन को हर दिन एक नया अर्थ देने से अधिक खूबसूरत और कुछ भी नहीं है। इसीलिए जिंदगी के आखिरी दिन तक ऊर्जावान होकर काम करना है। कर्म करते जाना है। सफलता कब स्थाई हुई है। उतार-चढ़ाव से सब को गुजरना है। इस मामले में मैं भी किसी से अलग नहीं हूं। जब आप अपने काम में आनंद तलाश लेते हैं तो जिंदगी सफलता-असफलता के पैमानों से परे निकल जाती है। यही सबसे बड़ी जीत है।
ईमानदारी से निर्णय लें और उस राह पर आगे बढ़ें
सभी की तरह मैं भी जीवन में दुख और दर्द से गुजरा हूं। यह जरूरी नहीं है कि इंसान यदि जी रहा है तो किसी निश्चित प्रेरणा की वजह से ही जी रहा है। जीवन की कुछ आकांक्षाएं हैं तो कुछ आवश्यकताएं भी। उन्हें निभाने के लिए ईमानदारी से बहुत सारे निर्णय लेने के बाद हम उस राह पर चलना शुरू कर देते हैं। मेरी प्रेरणा यह रही है कि मैं नेक इंसान की तरह जिऊं।
मुंबई. बॉलीवुड में बायोपिक का दौर है। 2020 में 11 बड़ी बायोपिक रिलीज होंगी। अजय देवगन, अक्षय कुमार, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, जैसे बड़े स्टार्स इन फिल्मों में हैं। नए साल में 12 सीक्वल भी आएंगे। इनमें 1996 में आई कमल हासन की इंडियन का सीक्वल इंडियन-2 अप्रैल में आएगी। इसकी लागत 300 करोड़ रु. है। इसे साल की सबसे महंगी फिल्म कहा जा रहा है। वर्ष 2019 बॉलीवुड के लिए काफी अच्छा रहा है। ट्रेड मैग्जीन कम्लीट सिनेमा के एडिटर अतुल मोहन के अनुसार, पहली बार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 4350 करोड़ को छू रहा है। यह 2018 से 30% अधिक है। 2020 में कलेक्शन 15 से 20% बढ़ेगा। इस हिसाब से 2020 में पहली बार हिन्दी फिल्मों का कलेक्शन 5 हजार करोड़ पार होगा।
मेघना गुलज़ार की ‘छपाक’ एसिड हमले की शिकार लक्ष्मी की बायोपिक है। इसमें दीपिका पादुकोण उनकी भूमिका में हैं।
जयललिता की बायोपिक ‘थालाइवी’ भी आएगी। मुख्य किरदार में कंगना रनौत हैं।
तापसी पन्नू दो बायोपिक में नजर आएंगी। रश्मि रॉकेट में वे गुजरात के कच्छ की एक एथलीट बनी हैं। दूसरी फिल्म में वे क्रिकेटर मिताली राज का किरदार निभा रही हैं।
परिणीति चोपड़ा, बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल की बायोपिक कर रही हैं।
गणितज्ञ शकुंतला देवी की बायोपिक विद्या बालन कर रही हैं।
छत्रपति शिवाजी के सूबेदार तान्हाजी मालुसरे के जीवन पर तानाजी जनवरी मेंँ आ रही है। यह अजय देवगन की 100वीं फिल्म है, जो सन 1670 की घटना पर आधारित है।
अक्षय कुमार दिवाली पर पृथ्वीराज चौहान की बायोपिक ला रहे हैं। फिल्म डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी बना रहे हैं।
कपिल देव के जीवन पर बन रही फिल्म 83 अप्रैल में आएगी। इसमें रणवीर सिंह कपिल की भूमिका में हैं। कपिल की पत्नी का किरदार दीपिका पादुकोण निभा रही हैं।
उधम सिंह के जीवन पर बन रही फिल्म में उनकी भूमिका विक्की कौशल निभा रहे हैं।
इन 12 फिल्मों के सीक्वल आ रहे हैं : लव आजकल-2, भूल भुलैया-2, कुली नं.1, दोस्ताना-2, सड़क-2, सत्यमेव जयते-2, हंगामा-2, अंग्रेजी मीडियम(हिन्द मीडियम का सीक्वल) हेरा-फेरी 3, इंडियन-2 और शुभ मंगल ज्यादा सावधान, बागी-थ्री।
22% की रफ्तार से बढ़ेगा वीडियो ओटीटी बाजार
भारत का वीडियो ओटीटी (ओवर द टॉप) मार्केट 2020 तक 823 मिलियन डॉलर का होगा। एसौचेम-पीडब्ल्यूडी के मुताबिक यह दुनिया के टॉप-10 बाजार के तौर पर उभर रहा है। भारत में 2022 तक ओटीटी मार्केट के 22% की रफ्तार से बढ़ने की संभावना है। नेटफ्लिक्स के मुताबकि 2023 तक भारत वीडियो कंटेंट देखने वालों का दूसरा बड़ा बाजार होगा। 2020 अंत तक नेटफ्लिक्स पर 15 ओरिजनल भारतीय फिल्में होंगी। वहीं अमेज़न प्राइम मिर्जापुर सीजन-2 और द फैमिली मैन-2 लाने की तैयारी कर रहा है। 150 करोड़ की लागत से बनी ‘फॉरगॉटन आर्मी’ भी रिलीज होगी।
डिजिटल ट्रेंड रिसर्च फर्म ई-मार्केटर के अनुसार मोबाइल पर शॉर्ट वीडियो देखने के मामले में भारत, अमेरिका को पीछे छोड़ सकता है। 2019 में एक औसत भारतीय वयस्क ने रोजाना दो घंटे छह मिनट का समय मोबाइल डिवाइस पर वीडियो देखने में बिताया। 2020 में यह समय 2 घंटे 21 मिनट हो जाएगा।
बॉलीवुड डेस्क. नए साल 2020 की शुरुआत हो चुकी है। यह साल बॉलीवुड के लिए बेहद खास रहने वाला है। न केवल फिल्मों और बॉक्स ऑफिस के लिहाज से, बल्कि व्यक्ति विशेष के लिए भी 2020 काफी अहम साबित हो सकता है।
बॉलीवुड डेस्क. साल 2020 इंडस्ट्री में बायोपिक्स का साल होने वाला है। इस साल बॉलीवुड में असल व्यक्तियों के जीवन पर 10 से ज्यादा फिल्में रिलीज होने जा रही हैं। बीते साल रिलीज हुई कंगना रनाउत की 'मणिकर्णिका', तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की 'सांड की आंख', ऋतिक रोशन की 'सुपर 30' ने बॉक्स ऑफिस और दर्शकों के बीच बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
इन फिल्मों के अलावा संजय लीला भंसाली निर्देशित 'गंगूबाई काठियावाड़ी' इस साल रिलीज हो सकती हैं। फिल्म में मुख्य भूमिका आलिया भट्ट निभाएंगी। वहीं लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रीपाल के जीवन पर बनने जा रही फिल्मभी अगले साल दर्शकों के सामने आ सकती हैं। अनाम फिल्म में वरुण धवन मुख्य किरदार में दिखेंगे। इस बात की जानकारी उन्होंने लेफ्टिनेंट के जन्मदिन पर इंस्टाग्राम के जरिए दी थी।फिलहाल दोनों फिल्मों की रिलीज डेट को लेकर संशय बना हुआ।
जानकारी के लिए बता दें कि बॉलीवुड की पहली बायोपिक 'राजा हरीशचंद्र' थी। जिसका निर्माण साल 1913 में दिग्गज दादा साहेब फाल्के ने किया था। इसके बाद हिंदी सिनेमा ने 'मंगल पांडे', 'एम एस धोनी', 'भाग मिल्खा भाग','पान सिंह तोमर' जैसी कई बड़ी कहानियों को दर्शकों तक पहुंचाया।