कोरोनावायरस (कोविड-19) खेल जगत को भी अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है। अब फुटबॉल के लिए एक बुरी खबर यह है कि कतर फीफा वर्ल्ड कप के ब्रांड एंबेसडर आदिल खामिस (54) का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। इसकी पुष्टि गुरुवार को आयोजन समिति ने की है। इससे पहले भी वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटे 3 स्टेडियम के 8 कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए थे। इन सभी के बावजूद फीफा वर्ल्ड कप की सभी तैयारियां जारी हैं। यह टूर्नामेंट नवंबर-दिसंबर 2022 में होना है।
आदिल कतर की राष्ट्रीय टीम से खेल चुके हैं। 18 साल की उम्र में उन्होंने कतर टीम से अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। उन्होंने 1983 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत की और 2000 में संन्यास ले लिया था। उन्होंने सुडान के खिलाफ आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।
वर्ल्ड कप के लिए 7 नए स्टेडियम तैयार हो रहे
हाल ही में कतर वर्ल्ड कप प्रबंधन ने कहा था, ‘‘सभी 8 संक्रमित कर्मचारी अल-थुमामा, अल-रायन स्टेडियम और अल-बायत स्टेडियम में कार्य कर रहे थे। यह सभी सुप्रीम कमेटी के कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर काम करने वाले स्टाफ के सदस्य हैं। ’’ कतर फीफा वर्ल्ड कप के लिए 7 नए स्टेडियम बना रहा है। एक तैयार भी हो गया है, जिसे आधिकारिक तौर पर खोल भी दिया गया है।
कतर में 13,409 कोराना के मामले, 1372 ठीक, 10 की मौत
कतर में गुरुवार तक कोविड-19 के 13, 409 मामले आ चुके हैं। जिनमें 1372 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दुनिया में 32 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 2.23 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
खेल जगत के 7 दिग्गजों की कोरोना से मौत
कोरोनावायरस से अब तक खेल जगत के 7 दिग्गजों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जफर सफराज और इटली के धावक दोनातो साबिया (56), स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो (79), फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।
कोरोनावायरस के चलते लागू लॉकडाउन के कारण वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ गया है। इस कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और रिमोट वर्किंग से जुड़े ऐप्लीकेशंस की मांग में काफी तेजी आई है। लॉकडाउन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम और गूगल मीट्स काफी प्रसिद्ध हुए हैं और इनका यूजरबेस काफी बढ़ गया है। इसको देखते हुए रिलायंस के टेलीकॉम प्लेटफॉर्म जियो ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जियोमीट लॉन्च किया है।
एचडी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा
जानकारी के अनुसार, जियो के इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप के जरिए यूजर एचडी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग कर सकते हैं। यह टूल मोबाइल्स और टैबलेट्स दोनों के लिए उपलब्ध है। रिलायंस ने गुरुवार को चौथी तिमाही के आंकड़े जारी करते समय इस सेवा को नेशनवाइड वीडियो प्लेटफॉर्म बताया। हालांकि, यह ऐप पहले ही लॉन्च किया जा चुका है लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा अब की गई है। यूजर इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर, ऐपल ऐप स्टोर, मैक ऐप स्टोर और माइक्रोसॉफ्ट के विंडो मार्केटप्लेस से डाउनलोड कर सकते हैं। अब तक इस ऐप के 1 लाख से ज्यादा डाउनलोड हो चुके हैं।
फ्री प्लान में पांच यूजर करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
रिलायंस ने जियोमीट के दो प्लान लॉन्च किए हैं। फ्री प्लान में अधिकतम पांच यूजर एक समय में वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। वहीं इसके बिजनेस प्लान में 100 यूजर्स एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का हिस्सा बन सकते हैं। इस सर्विस पर ईमेल्स और ओटीपी आधारित लॉग इन मीटिंग्स होस्ट ऑफर की जा सकती है। गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स के माध्यम से भी जियोमीट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
ये हैं खास फीचर
सिंपल कॉन्फ्रेंस लिंक की मदद से इनवाइट किए जा सकते हैं गेस्ट।
कॉन्फ्रेंस के दौरान लाइव चैट मैसेज की सुविधा।
कॉल के दौरान ऑडियो-वीडियो मोड में दिया जा सकता है उत्तर।
ऋषि कपूर 67 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। करीब डेढ़ साल तक कैंसर से जंग लड़ने के बाद 30 अप्रैल को उन्होंने मुंबई के एक हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। वे अपने पीछे पत्नी नीतू, बेटे रणबीर और बेटी रिद्धिमा के साथ-साथ 5 दशक लंबे एक्टिंग करियर की विरासत भी छोड़ गए हैं। 1973 में 'बॉबी' से बतौर एक्टर उन्होंने करियर की शुरुआत की और 2019 में उनकी आखिरी फिल्म 'द बॉडी' रिलीज हुई। ऋषि का सफर अभी थमा नहीं था। निधन से 10 दिन पहले तक वे अपने लिए नई फिल्मों के चयन पर काम कर रहे थे और उन्हें दो-तीन स्क्रिप्ट्स पसंद भी आई थीं। इस बात का खुलासा ऋषि के खास दोस्त फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर और ट्रेड एक्सपर्ट राज बंसल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में किया।
'10 दिन पहले हुई थी मेरी ऋषि से बात'
राज कहते हैं, "10 दिन पहले ही मेरी ऋषि से बात हुई थी। मैंने पूछा कि लॉकडाउन चल रहा है तो कैसे पूरे दिन टाइमपास होता है? जवाब में बोले टीवी देख लेता हूं। एकाध फिल्म देख लेता हूं। योग कर लेता हूं। शाम को वाक कर लेता हूं। फिर मुझसे पूछते हैं कि लॉकडाउन के बाद फिल्मों का क्या होगा? सिनेमा कब खुलेंगे? करीब आधे घंटे हमारी बात हुई। ये सारी चर्चाएं हुईं और उसके अगले दिन वो हॉस्पिटलाइज्ड हो गए। करीब 8-10 दिन वो हॉस्पिटल में रहे।" बंसल की मानें तो इस दौरान वे ऋषि की पत्नी नीतू के संपर्क में रहे और लगभग हर दिन उनका हालचाल लेते रहते थे।
'कुछ फिल्मों पर काम शुरू करना चाहते थे'
बंसल ने बातचीत में आगे कहा, "वे कहानियां सुन रहे थे और अगली फिल्म की प्लानिंग कर रहे थे। जिस दिन मेरी उनसे आखिरी बार बात हुई, उस दिन उन्होंने बताया था कि दो -तीन कहानियां पसंद आई हैं। ये उन्हें रोचक लगी हैं। जल्दी ही इन पर काम शुरू करेंगे।"
निधन के बाद बंद हो सकती है 'शर्माजी नमकीन'
बंसल के मुताबिक, सितंबर 2018 में जब ऋषि पहली बार ट्रीटमेंट के यूएस गए थे, उससे पहले उनकी आखिरी फिल्म 'शर्माजी नमकीन' की शूटिंग शुरू हो चुकी थी। उन्होंने और जूही चावला ने फिल्म के कुछ सीन भी शूट किए थे। लेकिन ऋषि के ट्रीटमेंट की वजह से यह शूटिंग टल गई। करीब डेढ़ साल बाद जनवरी 2020 में वे इसे कम्प्लीट करने दिल्ली गए थे। लेकिन वहां वे अचानक बीमार पड़ गए थे और फिल्म की शूटिंग एक बार फिर टल गई। रिपोर्ट्स की मानें तो ऋषि के अवसान के बाद डायरेक्टर हितेश भाटिया की इस फिल्म को या तो किसी अन्य एक्टर के साथ री-शूट किया जाएगा या फिर यह ठंडे बसते में भी जा सकती है। इसके अलावा वे दीपिका पादुकोण के साथ 'द इंटर्न' भी शुरू करने वाले थे।
30 साल पहले हुई थी बंसल की ऋषि से दोस्ती
बंसल ने बताया कि ऋषि से उनकी दोस्ती 30 साल पहले फिल्म 'चांदनी' के सेट पर हुई थी। फिल्म की शूटिंग दिल्ली में चल रही थी। बंसल के मुताबिक, फिल्म के निर्देशक यश चोपड़ा उनके पारिवारिक दोस्त थे। उन्होंने उन्हें सेट पर बुलाया और ऋषि से मुलाकात कराई। चोपड़ा ने ऋषि को बताया कि ये जयपुर से आए हैं और हमारे डिस्ट्रीब्यूटर हैं। बंसल कहते हैं, "बातचीत हुई। ऋषि फ्रेंडली नेचर के आदमी थे तो दोस्ती हो गई। जब मैं जयपुर लौटने लगा तो उन्होंने कहा कि रुको कल मैं भी चलूंगा। वहां मेरी फिल्म 'अजूबा' की शूटिंग होनी है।" बंसल के मुताबिक, अगले दिन ऋषि और वेव जयपुर पहुंचे। ऋषि ने बंसल के एक महीने के बेटे से मुलाकात की। फिर परिवार समेत उसके पहले जन्मदिन पर भी पहुंचे। 2016 में जब बंसल के उसी बेटे की शादी हुई, तब भी ऋषि और नीतू इसे अटेंड करने जयपुर पहुंचे थे।
भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को फेड कप हर्ट अवॉर्ड के लिए एशिया-ओसिनिया जोन से नामित किया गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वे भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं। यह जानकारी ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (एआईटीए) के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने गुरुवार को दी। सानिया ने मां बनने के दो साल बाद जनवरी में कोर्ट में वापसी की थी। उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीता था। इसमें सानिया की जोड़ीदार यूक्रेन की नादिया किचेनॉक थीं।
पूर्व डबल्स की नंबर-1 सानिया 2016 के बाद पहली बार इस साल के लिए फेड कप टीम में शामिल हुईं। उन्होंने अंकिता रैना से साथ मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था।
‘टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व होता है’
सानिया ने कहा, ‘‘2003 के बाद वापस भारत का पहली बार प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मेरा 18 सालों का लंबा करियर है और मैं भारतीय टेनिस टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व महसूस करती हूं। फेड कप एशिया/ओसनिया टूर्नामेंट के नतीजे मेरे करियर की बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं। यह ऐसा पल है, जिसके लिए हर एथलीट खेलता है और मैं फेड कप हर्ट अवॉर्ड चयन पैनल का मुझे नामित करने के लिए आभारी हूं।’’
1 से 8 मई तक होगी ऑनलाइन वोटिंग
इस साल फेड कप के शीर्ष प्रदर्शन को देखते हुए फेड कप हर्ट अवॉर्ड ग्रुप वन के लिए 6 खिलाड़ियों को नामित किया गया है। हर्ट अवॉर्ड की विजेता की घोषणा ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर की जाएगी। फैन्स 1 से 8 मई के बीच ऑनलाइन वोटिंग कर इसके विजेता का फैसला करेंगे।
इन खिलाड़ियों को भी नामिनेशन में जगह मिली
एशिया/ओसनिया क्षेत्र से इंडोनेशिया की प्रिस्का मेडलिन नुगरोहो ऐसी दूसरी खिलाड़ी हैं, जो इस अवॉर्ड के लिए नामित की गई हैं। यूरोप/अफ्रीका क्षेत्र से एस्तोनिया की एनेट कोंटावेट और लक्जमबर्ग की एलिओनोरा मोलीनारो, अमेरिका क्षेत्र से मैक्सिको की फर्नांडो कोंट्रेरास गोमेज और पराग्वे की वेरोनिका केपेडे रोइग इस अवॉर्ड के लिए नामित की गई हैं।
सानिया ने 6 ग्रैंडस्लैम जीते
सानिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी की थी। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में बेटे को जन्म दिया था। सानिया ने छह ग्रैंडस्लैम जीते हैं। वे जनवरी में होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में खेलने वाली थीं, लेकिन चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।
पुरुष टीम के कप्तान केन विलियम्सन और महिला टीम की खिलाड़ी सूजी बेट्स न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटर बने। रॉस टेलर को पुरुष टी-20 जबकि सोफी डिवाइन को महिला टी-20 का अवॉर्ड मिला। विलियम्सन ने टीम को वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचाया था। उन्होंने 2 शतकों के साथ 578 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने थे। टेलर ने टी-20 में इंग्लैंड, श्रीलंका, भारत के खिलाफ 330 रन बनाए। वहीं, बेट्स ने महिला वनडे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में दो अर्धशतक बनाए। डिवाइन ने महिला टी-20 में 71 के औसत से 429 रन बनाए थे।
अनुभवी बल्लेबाज टेलर को टी-20 प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब दिया गया। वह श्रीलंका, इंग्लैंड और भारत के खिलाफ पिछली तीनों सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था। टेलर ने 130 के स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए थे। महिला टीम की कप्तान सोफी डिवाइन को महिला टी-20 प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया। सोफी के नाम टी-20 में लगातार 6 अर्धशतक बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। उन्होंने 8 टी-20 मैचों में 71.50 के औसत से 429 रन बनाए।
इंग्लैंड क्रिकेट का ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट एक साल के लिए स्थगित
इंग्लैंड क्रिकेट का विवादित ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट एक साल के लिए टाल दिया गया है। इसमें हर टीम को 100 गेंद खेलनी थी। बिल्कुल नए प्रारूप वाला यह टूर्नामेंट 8 टीमों के बीच खेला जाना था। इसकी शुरुआत जुलाई में होनी थी। लेकिन अब इंग्लिश क्रिकेट सीजन एक जुलाई तक के लिए टल गया है। उसके बाद अगर मैचों का अायोजन होगा, तो उसमें फैंस नहीं होंगे। ऐसे में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इस टूर्नामेंट को एक साल के लिए टालने का फैसला लिया। इस बीच, गोल्फ के लिए ओलिंपिक क्वालिफाइंग अगले साल जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। गोल्फर टोक्यो ओलिंपिक के लिए रैंकिंग अंक अगले साल 28 जून तक जुटा सकेंगे।
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) को फिर से शुरू करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है। क्लबों को अगर सरकार से ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत मिलती है तो वे सप्ताह में कम से कम दो बार खिलाड़ियों और अधिकारियों का टेस्ट करेंगे। कोरोनावायरस के कारण लीग मार्च से स्थगित है। स्पेनिश ला लिगा और जर्मनी की बुंदेसलिगा सहित अन्य यूरोपियन लीग से चर्चा के बाद प्रीमियर लीग के मेडिकल एडवाइजर डॉ मार्क जिलेट द्वारा यह मसौदा तैयार किया गया है। टेस्ट में किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा और सभी महत्वपूर्ण लोगों का टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट का पूरा खर्च लीग उठाएगी।
शुक्रवार को शेयरहोल्डर्स के साथ होने वाली बैठक में इसे पेश किया जाएगा। लीग को जून से बिना फैंस के शुरू करने की तैयारी चल रही है। वहीं, फ्रेंच फुटबॉल लीग के आयोजकों ने मौजूदा सीजन खत्म करने की घोषणा की। आयोजकों ने लीग-1 में टॉप पर चल रहे पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) को विजेता घोषित कर दिया है।
स्विस लीग 8 जून से, टीमें 11 मई से ट्रेनिंग करेंगी
स्विस फुटबॉल लीग 8 जून से शुरू हो सकती है। हालांकि फैंस को आने की अनुमति नहीं होगी। सरकार ने नियमों में ढील दी है। टीमें 11 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। हालांकि एक ग्रुप में पांच से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। लीग मार्च की शुरुआत से स्थगित है।
चीन के फुटबॉल क्लब वुहान जैल के खिलाड़ी मैदान पर वापस लौट आए हैं। इस क्लब के खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। वुहान कोरोनावायरस का एपिसेंटर था। वुहान जैल क्लब के खिलाड़ी 18 अप्रैल को ही वापस चीन लौटे हैं। वे तीन महीने पहले ट्रेनिंग के लिए स्पेन गए थे। फिर कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन में फंस गए। उन्होंने करीब 104 दिन बाद घरेलू मैदान पर प्रैक्टिस की।
क्लब ने कहा, ‘खिलाड़ी, कोच और स्टाफ के किसी अन्य सोशल एक्टिविटी में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध है। उनका टेंपरेचर रोज चेक किया जाता है। खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम, एंट्री गेट, कैंटीन और फिटनेस सेंटर को पूरी तरह सेनिटाइज करके ही सभी को एंट्री दी जाती है।’ वुहान जैल पिछले सीजन में छठे नंबर पर थी।
डिफेंडिंग चैम्पियन ग्वांगझू एवरग्रेंडे के खिलाड़ी भी लौटे
डिफेंडिंग चैम्पियन ग्वांगझू एवरग्रेंडे क्लब ने भी प्रैक्टिस शुरू कर दी है। लीग फरवरी से स्थगित है। क्लब को करीब 2 हजार करोड़ रु. का नुकसान हुआ है। एवरग्रेंडे वही क्लब है, जो सबसे बड़ा स्टेडियम बना रहा है। आयोजकों को उम्मीद है कि सीजन जून में शुरू हो सकता है।
वेटरन एक्टर ऋषि कपूर के आकस्मिक निधन से उनके दोस्त और कई फिल्मों में उनके साथ काम कर चुके एक्टर शक्ति कपूर को काफी सद्मा पहुंचा है। उनका कहना है कि हमने करीब 25 साल तक साथ फिल्में की हैं और हमारी कई सारी यादें एक साथ जुड़ी हुई हैं। उनके साथ अपने अनुभव को लेकर शक्ति कपूर ने दैनिक भास्कर से खास बातें की।
शक्ति कपूर ने बताया, 'हम 22-23 साल की उम्र से एक साथ काम करते आ रहे हैं। हमनें याराना, हनीमून, इना-मीना-डिका, सरगम, कातिलों का कातिल, विजय, बोल राधा बोल, नसीब, प्रेम रोग, अमीरी-गरीबी, घराना जैसी दर्जनों फिल्में साथ की थीं। हमनें तकरीबन 25 साल तक एक साथ काम किया है।
'चिंटू मुझे जॉगिंग के लिए उठाने आता था'
उन्होंने बताया, 'जब हम फिल्म की शूटिंग करते थे तो चिंटू मुझे उठाने आता था कि चल जॉगिंग करने चलते हैं। हम साथ में एक्सरसाइज करते थे और उसके बाद फिल्म की शूटिंग के लिए सेट पर 9 बजे पहुंच जाया करते थे। जब फिल्म की शूटिंग खत्म हो जाती थी, तो उसके बाद हम अपना मेकअप उताकर वेन में बैठकर छोटे-छोटे ड्रिंक पीते थे। साथ ही पूरे दिन जो काम किया है, उसकी चर्चा किया करते थे।'
'वो मुझसे एक दिन छोटे थे'
आगे उन्होंने कहा, 'उनके साथ मेरी कई सारी यादें जुड़ी हुई हैं, यह बहुत ही कम लोगों को पता है कि मेरा जन्मदिन 3 सितंबर और चिंटू का 4 सितंबर को आता है। वो मुझसे 1 दिन छोटे थे और हम दोनों एक साथ अपना जन्मदिन मनाते थे। वे हमेशा दो या तीन केक मंगाया करते थे। हमने कई बार अपना जन्मदिन आरके स्टूडियो में मनाया है, तो कई बार उनके चेंबूर वाले घर में मनाया है। फिलहाल मैं इस बारे में आपसे ज्यादा बात नहीं कर पाऊंगा क्योंकि इस वक्त मैं अपने आप में नहीं हूं, मुझे यह यकीन नहीं हो रहा है कि चिंटू हमें छोड़कर चला गया है। 24 घंटे में दो कलाकारों का इस तरह छोड़कर जाना बहुत ही बुरा है।'
हमारे उनके साथ पारिवारिक संबंध
आगे उन्होंने कहा, 'चिंटू का परिवार और मेरा परिवार एक-दूसरे के बेहद करीब है। जब मेरी शादी हुई थी तब ऋषि कपूर की मां ने मेरी पत्नी को कहा कि अपने पति को घर लेकर आओ, जिसके बाद मैं थोड़ा डर सा गया था। लेकिन जब हम गए तो उन्होंने मुझे शगुन दिया था और साथ ही यह भी कहा था कि इस बच्ची का ध्यान रखना। इतना ही नहीं जब हमारे बच्चे छोटे हुआ करते थे तो तब चिंटू का परिवार और मेरा परिवार हम साथ में छुट्टियों के लिए बाहर जाया करते थे।
'दोनों को आखिरी विदाई नहीं दे सका'
शक्ति कपूर बोले, 'ऐसा लग रहा है जैसे कि फिल्म इंडस्ट्री को नजर सी लग गई है। किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि फिल्म इंडस्ट्री के दो बेहतरीन कलाकार अब हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार को जब इरफान खान की अंतिम विदाई हुई थी उसमें भी हम नहीं जा पाए और कुछ ऐसा ही आज भी हो रहा है। चिंटू को आखिरी बार देखना चाहता था लेकिन यह नहीं हो सकता जिसका दुख हमेशा रहेगा।
'लगता है ऊपरवाला हमसे नाराज हो गया'
आगे उन्होंने कहा 'मैंने जब से जन्म लिया है तब से ऐसा दौर नहीं देखा है और यही प्रार्थना करता हूं कि आने वाली पीढ़ी भी ऐसा दौर ना देखे। ऐसा लगता है कि ऊपर वाला हमसे नाराज हो गया है। पहले आंखों से आंसू आते थे लेकिन अब तो दिल से आंसू निकल रहे हैं। जब ये खबर मिली तो मैं और मेरी बीवी फूट-फूटकर रोए कि चिंटू हमे छोड़कर चला गया। दो बेहतरीन कलाकार हमें छोड़कर चले गए। बस यही दुआ करूंगा भगवान से कि उनके परिवारों को शक्ति दे इस दुख से उबरने के लिए।
'श्रद्धा बहुत डरी हुई है'
शक्ति बताते हैं कि दो बड़े कलाकारों की आकस्मिक मौत के बाद उनकी बेटी श्रद्धा बहुत डरी हुई है। उन्होंने कहा, 'श्रद्धा इस वक्त बहुत ही डरी हुई है और उसने मुझसे पूछा कि पापा ये जो चीजें हो रही है कहीं करोना की वजह से तो नहीं हो रही हैं। तो मैंने उससे कहा है कि अभी क्यों हो रहा है इसका जवाब तो इस वक्त मेरे पास नहीं है लेकिन सब जल्द ही ठीक हो जाएगा।'
ऋषि कपूर का अब हमारे बीच नहीं रहे। 67 साल की उम्र में निधन हो गया। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन में उन्होंने आखिरी सांस ली। इस बीच बॉलीवुड में ऋषि कपूर के साथ काम कर चुके दिग्गज कलाकारों ने अपनी श्रद्धांजलि शब्दों के रूप में साझा की। हर कोई उनके निधन से दुखी है।
साल 1981 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'नसीब', 'रणभूमि' और 'हवालात' जैसी कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके शत्रुघन और ऋषि अच्छे दोस्त थे। दोनों फिल्मों के अलावा पर्सनल लाइफ में भी काफी करीब रहे हैं। अक्सर दोनों की मुलाकात भी होती रही है। गुरुवार सुबह दोस्त के गुजर जाने पर शत्रुघन ने उनकी खूब सराहना करते हुए शोक व्यक्त किया है।दैनिक भास्कर मेंउमेश कुमार को दिए एक इंटरव्यू में शत्रुघन ने अपनी आखिरी मुलाकात और उनके साथ किए यादगार काम पर बात की है।
इंटरव्यू के दौरान शत्रुघन ने कहा, 'संस्मरण सुनाने की स्टेज से तो अब निकल चुका हूं। संस्मरण सुनाने बैठे तो ऋषि कपूर के साथ हंसी मजाक और काम की बातें होती थी। वह बहुत ही उम्दा आदमी थे। इंडस्ट्री में अगर रोमांटिक हीरो की बात करें तो दो ही हीरो थे- राजेश खन्ना और ऋषि कपूर। इनके अलावा और कौन रहा है! ऋषि कपूर तो रोमांटिक हीरो के साथ-साथ बहुत पॉपुलर, रिलैक्स, फ्लैक्सिबल और कॉन्फिडेंट भी थे। इन्होंने दूसरे तरह के भी तमाम रोल किए। फिर तो चाहे मुल्क, हासिल आदि बेहतरीन फिल्में हों। मल्टी डॉमेस्टिक पर्सनालिटी थी। अभिनय की बात करें तो उनके सॉन्ग- डांस, अदायगी उम्दा रही। एक्टर के साथ-साथ डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी रहे। उन्होंने सबके साथ काम किया'।
मौत की खबर से हैंनिराश: 'वर्सेटाइल एक्टर थे उसमें तो दो राय नहीं है। कल इतना उम्दा कलाकार इरफान का जाना और आज हमारी आंखें खुलती है तो पता लगता है कि ऋषि कपूर की आंखें हमेशा के लिए बंद हो गई है। यह क्या मतलब है। एक के बाद यह दुखद घटना सुनकर हम लोग हताश और निराश हो गए हैं। लगता है इससे ज्यादा वक्त और क्या क्रूर हो सकता है'।
हाजिर जवाबी में थे माहिर:'ऋषि कपूर तो हमारे बहुत प्यारे दोस्त रहे हैं। हमने साथ में बहुत सारे काम भी किए। काफी हंसी मजाक किए और काफी हरकतें भी की। अभी बीमारी से लड़ाई लड़कर आए थे तो हम लोग साथ में घंटों बैठे थे। तमाम बातें हुई। उन्हें देखकर ऐसा लगा कि जिंदादिली का दूसरा नाम ऋषि कपूर है। इतना सुंदर स्वभाव और उसे ज्यादा हाजिर जवाबी भी थे'।
ऐसी थी आखिरी मुलाकात:'अभी अमिताभ बच्चन की दिवाली पार्टी में मिलना हम लोग मिस कर गए थे। क्योंकि वह बहुत देर से आए थे। लेकिन उससे पहले हम लोग मैरियट होटल में मिले थे। वहां पर ताजदार अमरोही, राहुल रवैल और हम कुछ करीबी दोस्त थे। हम सब घंटों बैठे थे। वहां पर बातचीत हंसी मजाक का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि उन्हें देखकर लगता ही नहीं था कि वह अभी बीमारी से लड़कर या संघर्ष करके आए हैं। बहुत दिनों बाद अमेरिका से लौटकर आए थे तो एक डेढ़ बजे रात तक बैठे रहे। वह जितने बढ़िया कलाकार थे उससे उम्दा इंसान थे। जैसा बताया कि वह जिंदादिली और हाजिर जवाबी में आगे थे लेकिन उनको कोई लाइटली नहीं ले सकते थे। क्योंकि वह बहुत इंटेलेक्चुअल भी थे'।
हर जगह रखते थे नजर: 'सारी सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर उनकी नजर रहती थी। इसलिए बहुत ट्वीट भी करते थे। अमिताभ बच्चन जैसे एक-दो को छोड़कर बहुत कम लोग हैं, जिनकी सब चीजों पर नजर होती है। पॉलिटिक्स और समाज के बारे में अच्छे से अच्छे स्टार्स को एबीसीडी भी पता नहीं होती है'।
पढ़ने के थे शौकीन:लेकिन उनको हर चीज के बारे में खूब पता होता था कि क्या हो रहा है और हर चीज पर अच्छा खासा डिस्कशन भी करते थे। पढ़ने के बड़े शौकीन थे। नेशनल इंटरनेशनल मैगजीन अखबार को पढ़ते थे। ऋषि कपूर बहुत लकी भी थे और परिपक्व भी थे।
एक्ट्रेस पूनम ढिल्लन ऋषि कपूर के साथ 'ये वादा रहा', 'सितमगर' और 'एक चादर मैली सी' जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर चुकी हैं। प्रोफेशनल रिलेशनशिप के अलावा भी पूनम और ऋषि अच्छे दोस्त थे। एक्टर के निधन पर भास्कर के अमित कर्ण से बातचीत के दौरान पूनम ने उनसे जुड़ी कई खास बातें शेयर की हैं।
एक आखरी गुडबाय कहने का मौका भी नहीं मिला: सुबह उठते ही जब ऋषि जी का निधन होने की खबर सुनी तो समझ ही नहीं आया क्या रियेक्ट करू और किसीसे क्या कहूं? शायद शॉक शब्द से ज्यादा महसूस कर रही थी। उनके साथ मैंने तक़रीबन 8 से 9 फिल्में की थी और ना जाने हमारी कितनी यादें हैं। वो मेरे पसंदीदा एक्टर थे, मेरे फेवरेट को-स्टार थे, मैं उनकी बहुत बड़ी फैन थी। जिन्हे मैं एक्टिंग में अपना आइकन मानती थी वो हमसे दूर चले गए, इससे बड़ी दुःख की बात क्या हो सकती हैं? मुझे एक्टिंग बिलकुल नहीं आती थी, शूटिंग के दौरान ऋषिजी मेरी मदद करते थे। मैंने उनसे एक्टिंग सीखी थी। बहुत तकलीफ हो रही हैं ये सोचकर की मैं अपने फेवरेट व्यक्ति को आखरी बार देख भी नहीं पा रही हूं। लॉकडाउन की वजह से हम उन्हें श्रद्धांजलि भी नहीं देने जा सकते हैं। एक आखरी गुडबाय कहने का मौका भी नहीं मिला, दिल बहुत भारी हैं।
उन्हें डांटने की आदत भी थी: कुछ महीने पहले मुंबई के सेंत रेगिस होटल में हम एक कॉमन फ्रेंड की पार्टी में मिले थे। हमेशा की तरह खुश मिजाज थे, वैसे भी आप उनसे जब भी मिलेंगे वे खुश मिजाज ही नजर आते हैं (मुस्कुराते हुए)। मैं उनसे जब भी मिलती हूं उनके साथ एक तस्वीर जरूर लेती और मैंने अपनी आखिरी तस्वीर उनके साथ उसी पार्टी में ली थी। मैं अक्सर अपनी ली हुई पिक्चर उन्हें भेजा भी करती थी जिसे देखकर वे भी बहुत खुश होते थे। उन्हें ज्यादा तस्वीर लेने का शौक नहीं लेकिन जब देखते हैं तो काफी खुश होते हैं। कई बार तो मज़ाक भी करते थे मुझसे की मैं उनकी कितनी फोटोज लेती हूं। उन्हें डांटने की आदत भी थी लेकिन जिस अंदाज़ से वो डांटते थे उससे किसी को तकलीफ नहीं होती थी। एक अलग ही सेंस ऑफ ह्यूमर होता था।
ऋषि जी बनावटी नहीं थे, उनके जहन में जो बात आती थी वो कह देते थे: ऋषि जी अपने दिल में कोई बात दबा के नहीं रखते थे, उनके दिल में जो रहता वो उनके ज़ुबान तक आ ही जाता था। मैंने उनके साथ बहुत काम किया हैं और मैं जानती हूं की वे दिखावा कभी नहीं करते थे। इस उम्र में भी उनका इतना सोशली एक्टिव रहना काफी अच्छा लगता था। मैं कई बार उनसे कहां करती थी की 'क्या क्या लिखते है आप अपने ट्विटर अकाउंट पर? कुछ भी लिख देते हो।' इस पर उनका बस एक ही जवाब आता 'मैं ओनेस्ट हूं और मुझे अपना ओनेस्ट ओपिनियन लोगों के सामने रखना अच्छा लगता हैं। ऋषि जी पहले से बनावटी नहीं थे, उनके जहन में जो बात आती थी वो कह देते थे। इंडस्ट्री में उनकी इस नेचर की लोग काफी सराहना करते हैं। अपने यंगर डेज से वे बेबाक रहे हैं और जैसे जैसे बूढ़े होते गए उन्हें और आजादी मिल गई। जब सोशल मीडिया नहीं हुआ करता था तब उनके आस पास वाले ही उनका ओपिनियन सुन पाते थे लेकिन अब सोशल मीडिया की वजह से उनका सरकास्टिक टोन और सेंस ऑफ ह्यूमर सभी तक पहुंच जाते थे। बहुत ही शानदार और खुश मिजाज थे ऋषि जी।
ऋषि कपूर ने अपने एक्टिंग करियर के दौरान कई सारी बेहतरीन फिल्में दी हैं। एक्टिंग सिर्फ उनका काम ही नहीं बल्कि उनका जुनून था। फिल्म '102 नोट आउट' और 'ऑल इज वेल' में ऋषि का निर्देशन कर चुके डायरेक्टर उमेश शुक्लाने बताया कि आखिरी फिल्म के दौरान उन्होंने सीन को रियलइस्टिक दिखाने के लिए चप्पल पहनना तक छोड़ दी थी। इसके अलावा भास्कर के अमित कर्ण को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ऋषि के साथ काम करने के एक्सपीरिएंस को भी शेयर किया है।
मां को खोने पर भी बांधा रखा हौंसला
उनमें कमाल का धैर्य था। तभी कैंसर और ट्रीटमेंट का फेज वह निकाल सके। उनके लिए वो टाइम टफ था। वह इसलिए कि उनकी माता जी का भी देहांत उसी दौरान हुआ था, जब उनका इलाज चल रहा था। मां सबके लिए मां ही होती है। वह खोना कितना मुश्किल होता है। फिर भी उन्होंने वापसी की। दोबारा अपने कर्म के मैदान में उतरे।
ऐसी थी डायरेक्टर से ऋषि की पहली मुलाकात
वैसे हमारी पहली मुलाकात उनके घर पर हुई थी। कृष्णा राज बंगलो में मीटिंग तय हुई थी। मैंने ऑल इज वेल उनको नरेट की थी। वह बहुत स्ट्रेटफारवर्ड इंसान थे। उन्होंने पहली ही मीटिंग में स्क्रिप्ट को हां कह दिया था। फिर हम लोग शिमला गए थे। एक महीने वहां शूट किया था। हम लोगों ने काफी वक्त साथ बिताया था। एक ही होटल में थे हम लोग।
एक फिल्म फ्लॉप होने के बाद भी दिया मौका
वह फिल्म भले बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली, लेकिन इससे उन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा। उन्होंने उस फिल्म की बदौलत मुझे नहीं आंका कि मैं अच्छा या बुरा डायरेक्टर हूं। दोबारा जब मैं 102 नॉट आउट लेकर गया तो उन्होंने बिल्कुल नए सिरे से उस स्क्रिप्ट को सुना।
हर काम की रखते थे खबर
उनको सिर्फ एक्टिंग का ही चार्म नहीं था, बल्कि और भी जो बाकी संबंधित चीजें होती थी कॉस्टयूम, लाइटिंग उन सब के बारे में भी वह बहुत गहन जानकारी रखते थे। मिसाल के तौर पर इस फिल्म में भी बुजुर्ग वाले रोल में उन्हें पिछली फिल्म का अनुभव काम आया और वह इनपुट उन्होंने हमें प्रोवाइड किया। वह पिछली फिल्म कपूर एंड संस थी।
प्रोस्थेटिक मेकअप में लगते थे चार घंटे
उसमें मेकअप में उन्हें चार-साढे चार घंटे लगते थे, मगर उसकी बेसिक जानकारी होने से हमारी फिल्म पर इतना वक्त नहीं लगता था। यहां उनका मेकअप 3 घंटे में हो जाया करता था। उन्होंने काफी बारीकी से उस चीज को समझा था और इनपुट दिए थे। यहां तक कि कॉस्टयूम में भी उन्होंने काफी सजेशन दिए थे कि वह किस तरह के शर्ट पहनेंगे। पूरी फिल्म में उन्होंने, थोड़े स्टार्च वाले शर्ट पहने।
अपने कैरेक्टर पर किया था रिसर्च
वो पहली बार गुजराती शख्स का रोल प्ले कर रहे थे। तो उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने गुजराती दोस्तों और दूर के रिश्तेदारों से भी काफी पूछ कर गुजराती शख्स के लोगों के मैनरिज्म पर होमवर्क और रिसर्च किया। उस उम्र में भी उनका जुनून देखकर हम लोगों को प्रेरणा मिलती थी। वह इन सब चीजों पर तो काफी रिसर्च करते थे, लेकिन जब डायलॉग डिलीवरी और सीन शूट करने की बारी आती थी तो वहां पर वह स्पॉन्टेनियस रहते थे। नेचुरल फ्लोर दिखाने में यकीन रखते थे। मेथड में ज्यादा नहीं घुसते थे।
27 साल बाद बनी थी अमिताभ-ऋषि की जोड़ी
वह और बच्चन साहब 27 सालों के बाद दोबारा इस फिल्म पर काम कर रहे थे। लेकिन लगा ही नहीं कि इतने लंबे समय के अंतराल के बाद दोनों फिर से मिले हैं और काम कर रहे हैं। ऐसा लग रहा था जैसे दोनों कल के ही मिले हुए हैं और दोबारा से सेट पर काम कर रहे थे। इस तरह की गहरी बॉन्डिंग दोनों के बीच दिख रही थी
छोड़ दियाथाचप्पल पहनना
दोनों ही डायरेक्टर्स एक्टर हैं। हमने जब उन्हें कहा कि हम लोग घर में चप्पल नहीं पहनते तो यकीन मानिए कि उन लोगों ने चप्पल पहनना तक छोड़ दिया शूटिंग के दौरान। भले उनका क्लोज शॉट होता था, मिड शॉट होता था या लॉन्ग शॉट में जब वह आ रहे होते थे। क्लोज शॉट में जरूरत नहीं थी कि वह चप्पल ना पहनें, मगर ऋषि कपूर जी इतने बारीक ऑब्जर्वर थे कि उनका कहना था कि अगर वह बिना चप्पल के ना रहे तो उनकी वॉक में चेंज आ जाएगा, इसलिए उन्होंने पूरे अनुशासित भाव से उस चीज का पालन किया।
लॉकडाउन में भी भारी मुनाफा कमाने वाले कंपनी अमेजन की पांच फॉरेन साइटों को अमेरिकी सरकार में ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इसमें यूके, जर्मनी, फ्रांस, इंडिया और कनाडा की साइट शामिल हैं। अमेरिकी प्रशासन में ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर नकली और पायरेटेड प्रोडक्ट्स की बिक्री करने का आरोप लगाया है। इस पर अमेजन ने सफाई देते हुए अमेजन ने कहा- कि ट्रम्प सरकार का यह कदम साफतौर से राजनीति से प्रेरित है, क्योंकि प्लेटफार्म पर अवैध गतिविधियों से निपटने के लिए भारी निवेश कर रखा है।
अमेजन पर नकली सामान बेचने की कई शिकायतें मिली
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधी कार्यालय ने बताया यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि देश में अमेजन पर नकली सामान बेचने की कई शिकायतें आ रही थी।
जेफ बेजोस से निजी दुश्मनी निकल रहे ट्रम्प- अमेजन
अमेजन ने बताया कि अमेजन के फाउंडर और सीईओ जेफ बेजोस और राष्ट्रपति ट्रम्प के आपसी मतभेद के कारण इस तरह का कदम उठाया गया है और यह फैसला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। हालांकि सूची में कोई कानूनी भार नहीं है लेकिन इसमें नाम आने से कंपनियां पर एक सवालिया निशान खड़ा हो जाता है, खासतौर से अमेजन जैसी पॉपुलर कंपनियों पर ज्यादा असर पड़ता है।
यह साफतौर से राजनीतिक षडयंत्र है- अमेजन
कंपनी ने एक बयान में कहा कि- यह साफतौर से राजनीतिक षडयंत्र है। क्योंकि अमेजन के खिलाफ व्यक्तिगत प्रतिशोध को आगे बढ़ाने के लिए प्रशासन ने अमेरिकी सरकार का उपयोग किया। ऑनलाइन शॉपिंग की दिग्गज कंपनी ने यह भी कहा कि उसने नकली उत्पादों को अपने प्लेटफार्म पर बेचे जाने से रोकने के लिए टेक्नोलॉजी में महत्वपूर्ण निवेश किया है। अमेज़न की अमेरिकी वेबसाइट को सूची से बाहर रखा गया था।
साइट पर विक्रेताओं के बारे में स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं
रिपोर्ट के मुताबिक, कई शिकायतें सामने आईं जिसमें अमेजन साइटों ने विक्रेताओं के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है और नकली सामान बेचने वाले प्लेटफार्मों को साइट से हटाने की प्रक्रिया लंबी और बोझिल थी। अमेजन ने अपने बयान में कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए काफी निवेश किया था, और पिछले साल प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने से पहले 6 बिलियन से अधिक खराब लिस्टिंग को ब्लॉक कर दिया गया था। अमेजन के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम नकली सामन की बिक्री में सक्रिय हैं।
अमेजन पर पहले भी आरोप लगा चुके ट्रम्प
ट्रम्प अक्सर अमेजन और व्यक्तिगत रूप से जेफ बेजोस के साथ कई बार भिड़ गए हैं, जिन्होंने हाल ही में वाशिंगटन पोस्ट अखबार खरीदा है। इससे पहले भी ट्रम्प अमेजन पर पर्याप्त टैक्स नभरने का आरोप लगा चुके हैं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत के लगभग सभी टूर्नामेंट पर असर पड़ा है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में दिल्ली कैपिटल के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने खाली स्टेडियम में आईपीएल कराने की सलाह दी है। उन्होंने फ्रेंचाइजी से चैटिंग करते हुए कहा कि उनके लिए लोगों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। हम तो घरेलू क्रिकेट में भी बगैर दर्शकों के खेलते आए हैं और इसके आदी हो गए हैं।
रहाणे ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आईपीएल समेत अन्य टूर्नामेंट्स को भी बगैर दर्शकों के ही कराया जाना चाहिए। हम सभी खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट बगैर दर्शकों के ही मैच खेलते आए हैं। हम इसके आदी हैं और यह अनुभव हमारे काम आएगा।’’रहाणे ने 65 टेस्ट में 4203, 90 वनडे में 2962 और 20 टी-20 में 375 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 140 मुकाबलों में 3820 रन बनाए हैं।
‘लॉकडाउन जैसे हालात में सकारात्मक रहें’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह मानता हूं कि हम अपने फैन्स के बिना कुछ भी नहीं हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। मुझे लगता है कि अगर दर्शक घर में आईपीएल देखेंते तो उसमें भी उन्हें मजा आएगा। हमारे लिए उनकी सुरक्षा ज्यादा जरूरी है और अगर टूर्नामेंट बगैर दर्शकों के कराया जा सकता है तो हमें ऐसा करना चाहिए। कोरोना के कारण कई चीजें ऐसी हो रही हैं जैसी पहले कभी नहीं हुईं। हमें इस हालात में भी सकारात्मक रहना है। मैं लॉकडाउन के दौरान सकारात्मक रहने की कोशिश कर रहा हूं और अपने परिवार के साथ वक्त बिता रहा हूं।’’
‘पोंटिंग की कोचिंग में खेलने के लिए उत्सुक हूं’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलने को लेकर उत्सुक हूं, क्योंकि टीम में ईशांत शर्मा, शिखर धवन और श्रेयस अय्यर हैं। उन्होंने मुझे बताया कि टीम एक परिवार की तरह है जहां सब एक दूसरे के लिए खड़े रहते हैं।’’ कोच रिकी पोंटिंग को लेकर रहाणे ने कहा, ‘‘राहुल सर और सचिन सर मेरे प्रेरणा स्रोत्र रहे हैं, लेकिन मैंने हमेशा पोंटिंग सर की भी सराहना की है। मैं उनकी बल्लेबाजी और फील्डिंग को कॉपी करना चाहता हूं। मैं उनके मार्गदर्शन में खेलने के लिए उत्सुक हूं।’’
ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। वे कैंसर से जूझ रहे थे। 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। लौटने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में दोबारा एक्टिंग शुरू करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने अपनी कमबैक फिल्म शर्माजी नमकीन के कुछ सीन्स फरवरी में शूट भी किए थे। शूटिंग दिल्ली में हुई थी। इसके अलावा वह दीपिका पादुकोण के साथ हॉलीवुड फिल्म द इंटर्न के रीमेक पर भी काम शुरू करने वाले थे लेकिन ऐसा हो न सका।
द बॉडी साबित हुई अंतिम फिल्म: इमरान हाशमी और शोभिता धुलिपाला स्टारर द बॉडी ऋषि कपूर की अंतिम फिल्म साबित हुई। यह फिल्म पिछले साल दिसंबर में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में ऋषि ने एसपी जयराज रावल की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा 2019 में उनकी एक और फिल्म झूठा कहीं का भी रिलीज हुई थी। इसमें उन्होंने कुमार पांडे नाम के शख्स की भूमिका निभाई थी।
121 फिल्मों में किया काम: अपने 50 साल के फिल्म करियर में ऋषि ने तकरीबन 121 फिल्मों में काम किया। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर(1970) से डेब्यू किया था। फिल्म में अपने किरदार के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था। बतौर एक्टर उनकी फिल्म बॉबी(1973) थी जिसमें वह डिंपल कपाड़िया के साथ नजर आए थे। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड (1974) में मिला था। ऋषि कपूर की छवि एक रोमांटिक हीरो की थी। उन्हें दर्शकों ने रोमांटिक अंदाज में काफी पसंद भी किया। यही वजह है कि1973 से 2000 के बीच ऋषि ने 92 रोमांटिक फिल्मों में काम किया जिनमें से 36 फिल्में सुपरहिट साबित हुईं।इनमें कर्ज, दीवाना, चांदनी, सागर, अमर अकबर एंथनी, हम किसीसे कम नहीं,प्रेम रोग,हीना जैसी फिल्में शामिल हैं।
नीतू के साथ की 12 फिल्में: ऋषि कपूर की पत्नी नीतू के साथ रोमांटिक जोड़ी काफी पसंद की जाती थी। दोनों ने तकरीबन 12 फिल्मों में साथ काम किया। इनमें खेल खेल में (1975), कभी कभी(1976), अमर अकबर एंथनी (1977), दुनिया मेरी जेब में (1979) और पति पत्नी और वो(1978)(दोनों का गेस्ट अपीयरेंस) हिट साबित हुईं जबकि ज़हरीला इंसान(1974),जिंदा दिल (1975), दूसरा आदमी(1977), अनजाने में (1978), झूठा कहीं का (1979) और धन दौलत (1980), दो दूनी चार(2010), बेशरम (2013)फ्लॉप रहीं।
वेटरन अभिनेता ऋषि कपूर नहीं रहे। गुरुवार सुबह करीब 5:20 बजे मुंबई के एचएन.रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 28 दिन से सोशल मीडिया से दूर थे। 2 अप्रैल को उन्होंने अपना आखिरी ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था, "सभी भाइयों और बहनों से अपील है कि कृपया हिंसा, पत्थर फेंकने या हत्या करने का सहारा न लें। डॉक्टर, नर्स, मेडिक्स, पुलिसकर्मी आदि आपको बचाने के लिए अपने जीवन को खतरे में डालते हैं। हमें इस कोरोनावायरस युद्ध को एक साथ जीतना होगा। प्लीज। जय हिन्द!"
गौरतलब है कि ऋषि करीब डेढ़ साल से कैंसर से जूझ रहे थे। उनकी इस साल की जर्नी पर डालते हैं एक नजर:-
29 सितंबर, जब पहली बार कहा- इलाज कराने जा रहा हूं
29 सितंबर 2018 को वे इलाज के लिए न्यूयॉर्क गए थे। तब उन्होंने अपनी बीमारी का खुलासा तो नहीं किया था। लेकिन लोगों से कयास न लगाने की अपील जरूर की थी। ऋषि ने अपने ट्वीट में लिखा था, "सभी को हैलो, किसी चीज का इलाज कराने के लिए अमेरिका जा रहा हूं। मैं अपने चाहने वालों से ये गुजारिश करता हूं कि वो किसी तरह का बेमतलब कयास न लगाएं। मुझे फिल्मों में काम करते हुए 45 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। आप सभी के प्यार और दुआओं की बदौलत मैं जल्द ही लौटकर आऊंगा।'' इसके दो दिन बाद 1 अक्टूबर को उनकी मां कृष्णा राज कपूर का निधन हो गया था। लेकिन न तो ऋषि और न ही उनकी पत्नी नीतू और बेटे रणबीर कपूर उनके अंतिम संस्कार में शामिल हो पाए थे।
जनवरी 2019: जब पहली बार मिले संकेत कि ऋषि को कैंसर है
अक्टूबर के पहले सप्ताह में कयास लगाए जाने लगे थे कि ऋषि को कैंसर है। लेकिन उनके भाई रणधीर ने ख़बरों का खंडन किया था और कहा कि जब तक जांच रिपोर्ट्स नहीं आ जातीं, तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता। जनवरी 2019 में जब दुनिया नए साल का जश्न मना रही थी, तब अपनी एक पोस्ट में ऋषि की पत्नी नीतू ने संकेत दिए कि वे कैंसर से जूझ रहे हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था, "हैप्पी 2019, इस साल कोई रेजोल्यूशन नहीं सिर्फ दुआएं करूंगी। दुनिया में कम से कम ट्रैफिक पॉल्यूशन हो। उम्मीद करती हूं कि भविष्य में कैंसर बीमारी नहीं, बल्कि एक राशि का नाम ही बन कर रहे।"
जनवरी 2019 : जब इलाज इलाज पर खुलकर बोले थे ऋषि
जनवरी 2019 के अंतिम सप्ताह में बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में पहली बार ऋषि कपूर अपनी बीमारी पर खुलकर बोले थे। उन्होंने कहा था, "मेरा इलाज चल रहा है। उम्मीद है मैं जल्दी ही ठीक हो जाउंगा और भगवान ने चाहा तो वापसी करूंगा। यह उपचार प्रक्रिया लम्बी और थकाऊ है। इस परिस्थिति में धैर्य की बहुत जरूरत होती है, लेकिन यह गुण मेरे पास नहीं है। अभी मेरे पास कोई फिल्म नहीं है और न ही मैं इसके बारे में सोच रहा हूं। मैं अभी खुद को खाली और फ्रेश रखना चाहता हूं। यह ब्रेक मेरे उपचार में सहायक होगा।"
अप्रैल 2019: जब दोस्त राहुल रवैल ने बताया उन्हें कैंसर मुक्त
अप्रैल 2019 में ऋषि के खास दोस्त राहुल रवैल ने इस बात की पुष्टि कर दी कि वे कैंसर के इलाज के लिए ही न्यूयॉर्क गए थे। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, "ऋषि कपूर (चिंटू) को कैंसर से आजादी मिल गई।" रवैल की इस पोस्ट के बाद कई लोगों ने हैरानी जताई थी कि ऋषि इतने वक्त से इस गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे।
10 महीने बाद ऋषि ने कहा था- कैंसर का इलाज चल रहा
अगस्त 2019 में ऋषि ने एक अखबार से बातचीत में अपने ट्रीटमेंट की जर्नी साझा की थी। उन्होंने कहा था, "मैं अपनी बीमारी को 10 महीनों को लंबी छुट्टियों की तरह देखता हूं। लेकिन मैं घर की बनीं नरम रोटियों और पॉम्फ्रेट मछली को बहुत मिस करता हूं क्योंकि मुझे इनका स्वाद यहां चखने को नहीं मिला। कैंसर और इसके इलाज ने मुझे काफी बदल दिया है। मैंने इस दौरान खुद को शांत रखना सीखा है। पहले मैं अपनी फैमिली और फैंस पर गुस्सा करता था। लेकिन अब काबू पाना मैंने सीख लिया है। मैं परिवार और फैंस का एहसानमंद हूं कि उन्होंने मुझे इतना प्यार दिया और शुभकामनाएं भेजी। मेरी पत्नी नीतू चट्टान की तरह मेरे साथ खड़ी रहीं। मेरे परिवार ने मुझे लड़ने की ताकत दी।"
सितंबर 2019: जब 11 महीने 11 दिन बाद भारत लौटे थे ऋषि
10 सितंबर 2019 को ऋषि कपूर पत्नी नीतू के साथ भारत लौट आए थे। अपनी वतन वापसी की जानकारी ऋषि ने ट्विटर पर दी थी। उन्होंने लिखा था, "घर वापसी। 11 महीने 11 दिन। सभी का शुक्रिया।" इस दौरान की उनकी कुछ फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं, जहां वे मुंबई एयरपोर्ट पर स्माइल के साथ फोटोग्राफर्स का अभिवादन कर रहे थे।
जनवरी 2020: दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हुए थे
जनवरी 2020 के आखिरी सप्ताह में ऋषि को नई दिल्ली के एक अस्पताल में अचानक भर्ती कराया गया था। तब भी यही खबर आई थी कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। दरअसल, वे वहां अपनी फिल्म 'शर्माजी नमकीन' की शूटिंग कर रहे थे। तबियत बिगड़ने के बाद 31 जनवरी को वे अस्पताल में भर्ती हुए।
डिस्चार्ज होकर मुंबई पझुंचने के बाद ऋषि ने अपने एक ट्वीट में लिखा था, "प्रिय परिवारजनों, दोस्तों, विरोधियों और अनुयायियों मेरे स्वास्थ्य को लेकर आपके द्वारा जताई गई चिंता से मैं अभिभूत हूं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं पिछले 18 दिनों से दिल्ली में शूटिंग कर रहा हूं और प्रदूषण और न्यूट्रोफिल्स में कमी की वजह से मुझे इंफेक्शन हो गया था। जिसकी वजह से मुझे हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा। इस दौरान मुझे हल्का बुखार रहा और जांच के दौरान डॉक्टरों को एक पैच मिला, जिसकी वजह से निमोनिया हो सकता था, फिलहाल उसे ठीक किया जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि लोगों ने इस बारे में बिल्कुल ही अलग समझ लिया था। मैं उन सभी कहानियों को विराम दे दिया है और मैं आगे भी आपको मनोरंजन और प्यार देने के लिए तत्पर हूं। अब मैं मुंबई में हूं।"
इसके बाद वे वायरल बुखार के चलते मुंबई के एक अस्पताल में भी भर्ती हुए थे। लेकिन जल्दी ही वहां से उन्हें छुट्टी मिल गई थी। आखिरी बार 29 अप्रैल को सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें एचएन.रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और वे वापस नहीं लौट सके।
बॉलीवुड के वेटरन एक्टर ऋषि कपूर ने बुधवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में अंतिम सांसे ली हैं। ऋषि कपूर सिर्फ फैंस के ही नहीं अपने परिवार के भी लाडले रहे हैं। उनके दादा पृथ्वीराज कपूर से लेकर पिता राज कपूर ने इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बड़ा योगदान दिया है। आइए जानते हैं कपूर खानदान के सदस्यों के बारें में।
4 सितम्बर 1952 में ऋषि कपूर ने राज कपूर और कृष्णा राज कपूर के घर जन्म लिया था। उनके तीन बेटे रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और राजीव कपूर हैं और दो बेटियां रीमा जैन और नीतू नंदा हैं। ऋषि सभी भाई बहनों में दूसरे सबसे बड़े थे। वहीं स्वर्गीय एक्टर शम्मी कपूर और शशि कपूर ऋषि के अंकल थे। पिता, दादा और अंकल ने ऋषि कपूर के बॉलीवुड डेब्यू से पहले अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ते हुए बॉलीवुड में बड़ा मुकाम हासिल किया था। इसके बाद ऋषि ने पिता की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट एक्टिंग की दुनिया मे कदम रखा। उन्होंने 1973 में आई फिल्म 'बॉबी' से लीड रोल निभाते हुए बॉलीवुड डेब्यू किया था।
आरके स्टूडियो में हुई थी ऋषि-नीतू की ग्रेंड वेडिंग
ऋषि कपूर ने साल 1980 में एक्ट्रेस नीतू सिंह से शादी की थी। शादी से पहले दोनों 15 फिल्मों में साथ काम कर चुके हैं। दोनों की ग्रेंड वेडिंग सेरेमनी चैम्बूर के बॉम्बे प्रेसिडेंसी गोल्फ क्लब में हुई और रिसेप्शन आरके स्टूडियो में। उनकी शादी में फिल्म इंडस्ट्री के लगभग सभी सितारे मौजूद थे। शादी के बाद दोनों के दो बच्चे रिद्धिमा और रणबीर कपूर हैं। जहां रणबीर कपूर आज बॉलीवुड के पॉपुलर एक्टर हैं वहीं रिद्धिमा कपूर इंडस्ट्री की बेहतरीन डिजाइनर हैं।